
सॉवरेन ग्रीन बॉन्ड को RBI ने गैर-निवासी निवेश के लिए FAR के अंतर्गत नामित किया हैं। इन बॉन्ड का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण से जुड़ी परियोजनाओं के लिए पूंजी जुटाना है। इनमें स्वच्छ ऊर्जा, टिकाऊ जल प्रबंधन, प्रदूषण नियंत्रण और जलवायु अनुकूलन परियोजनाएं शामिल हैं। ये पूरी तरह से सरकारी गारंटी वाले होते हैं। निवेशकों को इसमें अपेक्षाकृत सुरक्षित निवेश का अवसर मिलता है और साथ ही इससे उन्हें पर्यावरण सुधार में योगदान करने का अवसर भी मिलता है। FAR के तहत अनिवासी भारतीय (NRIs) और अन्य विदेशी निवेशक भी इन बॉन्ड में निवेश कर सकते हैं। इससे सरकार को अतिरिक्त विदेशी मुद्रा अर्जित करने में मदद मिलेगी जिसका उपयोग देश की हरित परियोजनाओं के लिए किया जाएगा।
सॉवरेन ग्रीन बॉन्ड सरकार द्वारा वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी छमाही में जारी किए जाएंगे। साथ ही, JPMorgan Chase’s GBI-EM GD Index, Bloomberg EM Local Currency Government Index और FTSE Russell’s EMGBI जैसे अंतरराष्ट्रीय बॉन्ड सूचकांकों में भारतीय सरकारी प्रतिभूतियों (जी-सेक) का शामिल होना भारत के बढ़ते वैश्विक समावेश का प्रतीक है। FAR में 10 वर्षीय सॉवरेन ग्रीन बॉन्ड को शामिल करने का RBI का फैसला वित्त वर्ष 2024-25 के लिए सरकार की उधारी योजना का हिस्सा है। सरकार वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में ₹6.61 लाख करोड़ जुटाएगी, जिसमें से ₹20,000 करोड़ चार सॉवरेन ग्रीन बॉन्ड के ज़रिए उधार लिए जाएँगे: 10 साल की अवधि वाले दो बॉन्ड और 30 साल की अवधि वाले दो बॉन्ड, जिनमें से प्रत्येक की कीमत ₹5,000 करोड़ है।
FAR क्या है?
Fully Accessible Route (FAR) एक निवेश तंत्र है जिसमें अनिवासी निवेशकों को भारतीय सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश करने की अनुमति है। यह विशेष रूप से उन बॉन्ड के लिए डिज़ाइन किया गया है जिन्हें सरकार ने अनिवासी निवेशकों के लिए पूरी तरह से सुलभ बना दिया है। इस कदम से सरकारी बांड बाजार में तरलता बढ़ेगी, विदेशी निधि प्रवाह बढ़ेगा, तथा भारतीय अर्थव्यवस्था में निवेशकों का विश्वास भी बढ़ेगा।
Key Point :-
- सरकार की योजना 20,000 करोड़ रुपये मूल्य के SGRBs जारी करने की है.
- विभिन्न सरकारी दिनांकित प्रतिभूतियों के माध्यम से ₹6.61 लाख करोड़।
- वैश्विक बॉन्ड सूचकांक समावेशन
- – जेपी मॉर्गन जीबीआई-ईएम जीडी: 28 जून, 2024
- – ब्लूमबर्ग ईएम स्थानीय मुद्रा सरकारी सूचकांक: जनवरी 2025
- – एफटीएसई रसेल ईएमजीबीआई: सितंबर 2025
- पात्र निवेशक :-
- विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई), अनिवासी भारतीय (एनआरआई), प्रवासी भारतीय नागरिक (ओसीआई) और अन्य अनुमत संस्थाएं।
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