पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को मरणोपरांत मिला पी. वी. नरसिम्हा राव स्मृति अर्थशास्त्र पुरस्कार

पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह को राष्ट्र निर्माण में उनके असाधारण आर्थिक योगदान और ऐतिहासिक भूमिका के लिए मरणोपरांत पी. ​​वी. नरसिम्हा राव मेमोरियल अर्थशास्त्र पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार हैदराबाद स्थित पी. ​​वी. नरसिम्हा राव मेमोरियल फाउंडेशन (PVNMF) द्वारा दिया गया। डॉ. सिंह को यह पुरस्कार विशेष रूप से भारत में 1991 के आर्थिक सुधारों में उनकी निर्णायक भूमिका और देश को वैश्विक आर्थिक मंच पर स्थापित करने के लिए दिया गया। समारोह में उनकी पत्नी गुरशरण कौर ने यह पुरस्कार ग्रहण किया, जबकि इसे योजना आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष और वरिष्ठ अर्थशास्त्री मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने प्रदान किया।

इस अवसर पर फाउंडेशन के अध्यक्ष के. रामचंद्र मूर्ति और महासचिव माधमचेट्टी अनिल कुमार सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। यह सम्मान न केवल डॉ. मनमोहन सिंह की दूरदर्शी आर्थिक नीतियों के प्रति श्रद्धांजलि है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि पी. वी. नरसिम्हा राव और मनमोहन सिंह की जोड़ी ने मिलकर भारत की अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा दी, जिसका प्रभाव आज भी महसूस किया जा रहा है।

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह :-

  • पूरा नाम :– डॉ. मनमोहन सिंह
  • जन्म :– 26 सितम्बर 1932, गाह (अब पाकिस्तान में)
  • शिक्षा :–
    • पंजाब विश्वविद्यालय से स्नातक (Economics)
    • कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय (BA in Economics – First Class)
    • ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से D.Phil. (Economics)
  • पेशे से :– प्रख्यात अर्थशास्त्री, प्रोफेसर और राजनेता
  • महत्वपूर्ण पद :–
    • RBI के गवर्नर (1982–85)
    • योजना आयोग के उपाध्यक्ष (1985–87)
    • वित्त सचिव एवं आर्थिक सलाहकार
    • वित्त मंत्री (1991–1996) – 1991 आर्थिक सुधारों के नायक
    • भारत के 13वें प्रधानमंत्री (2004–2014)
  • प्रधानमंत्री कार्यकाल :–
    • 2004 से 2014 तक लगातार दो कार्यकाल
    • पहली बार कोई सिख प्रधानमंत्री बने
  • महत्वपूर्ण योगदान :–
    • 1991 में उदारीकरण (Liberalisation), निजीकरण और वैश्वीकरण (LPG) नीतियों की शुरुआत
    • भारत की अर्थव्यवस्था को दिवालियापन संकट से निकालकर स्थिरता और विकास की ओर ले गए
    • UPA सरकार के दौरान शिक्षा का अधिकार, मनरेगा और RTI जैसे कानून बने
  • पुरस्कार और सम्मान :–
    • पद्म विभूषण (1987)
    • पी. वी. नरसिम्हा राव स्मृति अर्थशास्त्र पुरस्कार (2025, मरणोपरांत)
    • कई अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों से मानद डिग्रियाँ
  • मृत्यु :– 26 मई 2025 (नई दिल्ली)

पी. वी. नरसिम्हा राव स्मृति अर्थशास्त्र पुरस्कार :-

  • पुरस्कार का नाम :– पी. वी. नरसिम्हा राव स्मृति अर्थशास्त्र पुरस्कार
  • स्थापना :– P. V. Narasimha Rao Memorial Foundation (PVNMF), हैदराबाद द्वारा शुरू किया गया।
  • उद्देश्य :– भारत की अर्थव्यवस्था और राष्ट्र निर्माण में असाधारण योगदान देने वाले व्यक्तित्वों को सम्मानित करना।
  • समर्पण :– यह पुरस्कार भारत के पूर्व प्रधानमंत्री पी. वी. नरसिम्हा राव की स्मृति में दिया जाता है, जिन्हें 1991 के आर्थिक सुधारों का जनक माना जाता है।
  • सम्मानित व्यक्तित्व (2025) :– डॉ. मनमोहन सिंह को मरणोपरांत सम्मानित किया गया।
  • पुरस्कार ग्रहणकर्ता :– गुरशरण कौर (डॉ. सिंह की पत्नी) ने पुरस्कार ग्रहण किया।
  • सम्मान प्रदान करने वाले :– मोंटेक सिंह अहलूवालिया (पूर्व योजना आयोग उपाध्यक्ष)।
  • महत्व :–
    • 1991 के आर्थिक उदारीकरण (LPG सुधारों) में पी. वी. नरसिम्हा राव और डॉ. मनमोहन सिंह की संयुक्त भूमिका को श्रद्धांजलि।
    • भारत के आर्थिक विकास और वैश्वीकरण की दिशा में किए गए ऐतिहासिक योगदान को मान्यता देना।
  • विशेषता :– यह पुरस्कार उन व्यक्तित्वों को दिया जाता है जिन्होंने नीतिगत सुधारों, आर्थिक सोच और विकास में अमूल्य योगदान दिया हो।
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