Sentient AI ने लॉन्च किया Open AGI Network, 2 मिलियन यूजर्स को मिला एक्सेस

Sentient AI 2025 : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) क्षेत्र में काम कर रही स्टार्टअप कंपनी Sentient AI ने अपना पहला Open AGI Network लॉन्च किया है। यह प्लेटफॉर्म फिलहाल 2 मिलियन वेटलिस्टेड उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध कराया गया है। कंपनी का दावा है कि यह नेटवर्क एजीआई (Artificial General Intelligence) की दिशा में एक बड़ा कदम है, जो पारंपरिक बंद-स्रोत (Closed Source) AI मॉडल्स के मुकाबले अधिक पारदर्शी और सहयोगात्मक होगा।

इस Open AGI Network में फिलहाल 40 से अधिक AI एजेंट्स और मॉडल्स तथा 50+ डेटा स्रोत शामिल हैं। ये सभी एजेंट्स और मॉडल्स एक साथ मिलकर real-time में काम करते हैं और उपयोगकर्ताओं को वित्त, समाचार, यात्रा, शोध आदि क्षेत्रों से जुड़ी सटीक जानकारी प्रदान करते हैं। उपयोगकर्ता इस सेवा को Sentient Chat नामक इंटरफेस के माध्यम से एक्सेस कर सकते हैं।

Sentient AI ने डेवलपर्स और क्रिएटर्स को प्रोत्साहित करने के लिए token-based incentive system भी जोड़ा है। यानी, जो डेवलपर्स नए एजेंट्स, मॉडल्स या डेटा स्रोत बनाते हैं, उनके उपयोग होने पर उन्हें टोकन के रूप में पुरस्कार मिलेगा। साथ ही उपयोगकर्ता भी उन एजेंट्स को stake कर सकते हैं जिन्हें वे सबसे अधिक उपयोगी मानते हैं।

Sentient AGI क्या कर सकता है?

  • मल्टी-एजेंट कोऑर्डिनेशन
  • 50+ डेटा स्रोतों तक पहुँच
  • Sentient Chat के जरिए इंटरैक्शन
  • ब्लॉकचेन इंटीग्रेशन
  • रीयल-टाइम निर्णय (Real-time Decisions)
  • डेवलपर इकोसिस्टम
  • यूज़र स्टेकिंग और सपोर्ट
  • ओपन-सोर्स पारदर्शिता
  • कॉन्टेक्स्ट शेयरिंग
  • स्केलेबल AGI प्लेटफार्म

तकनीकी सीमाएँ :-

  • स्केलेबिलिटी (Scalability) :– अभी केवल 2 मिलियन उपयोगकर्ताओं के लिए खुला है।
    • अगर यह 10–50 मिलियन तक बढ़ा, तो सर्वर, बैंडविड्थ और कम्प्यूटिंग संसाधनों की भारी ज़रूरत होगी।
  • एजेंट्स के बीच कोऑर्डिनेशन :– एजेंट्स को एक-दूसरे का context समझना होगा।
    • इसमें अक्सर “conflict” या गलत output आने की संभावना है।
  • डेटा क्वालिटी और सुरक्षा :– 50+ डेटा स्रोतों के साथ लगातार up-to-date और विश्वसनीय जानकारी बनाए रखना मुश्किल है।
    • गलत डेटा से गलत निर्णय हो सकते हैं।
  • ब्लॉकचेन इंटीग्रेशन :– ब्लॉकचेन एजेंट्स का इस्तेमाल नया है, लेकिन ये अभी धीमे और महंगे हो सकते हैं, खासकर जब बहुत ज़्यादा ट्रांज़ैक्शन्स हों।

चुनौतियाँ :-

  • प्रतिस्पर्धा (Competition) :– OpenAI, Google DeepMind, Anthropic, AWS जैसी कंपनियाँ पहले से ही AGI-like systems पर काम कर रही हैं।
  • यूज़र-फ्रेंडली अनुभव :– भले ही नेटवर्क शक्तिशाली हो, लेकिन अगर Sentient Chat उपयोगकर्ताओं को आसान और भरोसेमंद अनुभव न दे, तो अपनाना धीमा होगा।
  • सुरक्षा और दुरुपयोग (Misuse Risks) :– खुला नेटवर्क है, इसलिए एजेंट्स का दुरुपयोग भी हो सकता है
  • रेग्युलेशन और नीतियाँ :– AGI जैसे सिस्टम्स पर अभी कई देशों में कड़े नियम बन रहे हैं। Sentient को डेटा गोपनीयता, सुरक्षा और अंतर्राष्ट्रीय नियमों का पालन करना होगा।
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