
Cyber Security Exercise 2025 की शुरुआत भारत सरकार और रक्षा मंत्रालय के अधीन The Defense Cyber Agency (DCA) ने औपचारिक रूप से शुरू की है। यह अभ्यास 12 दिवसीय बहु-चरणीय साइबर ड्रिल है, जो 27 जून 2025 तक चलेगा। इसका उद्देश्य भारतीय सशस्त्र बलों, विशेष रूप से सेना, वायु सेना और नौसेना की Cyber Security क्षमताओं का परीक्षण और मूल्यांकन करना है। इस अभ्यास में, वास्तविक समय आधारित साइबर हमलों का अनुकरण किया जा रहा है ताकि यह जांचा जा सके कि भारत की रक्षा प्रणालियाँ ऐसे हमलों का कितनी प्रभावी और तेज़ी से जवाब दे सकती हैं।
इस अभ्यास की खास बात यह है कि चीन और पाकिस्तान जैसे संभावित विरोधी देशों से आने वाले साइबर खतरों को ध्यान में रखते हुए परिदृश्य तैयार किए गए हैं। इसमें 100 से अधिक साइबर विशेषज्ञ और रणनीतिकार भाग ले रहे हैं, जो नेटवर्क सुरक्षा, डेटा चोरी, मैलवेयर हमलों और फ़िशिंग जैसे खतरों से निपटने के उपायों पर काम कर रहे हैं। अभ्यास का उद्देश्य न केवल तकनीकी क्षमता का परीक्षण करना है, बल्कि यह भी पता लगाना है कि युद्ध या राष्ट्रीय आपातकाल के समय भारत की साइबर प्रतिक्रिया कितनी संगठित और प्रभावी होगी।
इसके अलावा, गूगल इंडिया ने “Safety Charter” नामक एक नई पहल की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य भारत में साइबर धोखाधड़ी को रोकना और डिजिटल स्पेस को अधिक सुरक्षित बनाना है। यह पहल CERT-In और MeitY जैसी सरकारी एजेंसियों के सहयोग से चलाई जा रही है, जिससे राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा ढांचे को और मजबूती मिलेगी।
Cyber Security Exercise 2025 के उद्देश्य :-
- सशस्त्र बलों की साइबर सुरक्षा क्षमताओं का मूल्यांकन करें।
- वास्तविक समय आधारित साइबर हमलों का अनुकरण करके प्रतिक्रिया समय और रणनीति की जाँच करें।
- बहु-डोमेन (भूमि, वायु, समुद्र, साइबर) सुरक्षा तालमेल को मजबूत करें।
- चीनी और पाकिस्तानी साइबर खतरों जैसे संभावित विरोधियों की रणनीतियों का विश्लेषण करें।
- रक्षा संरचनाओं की साइबर लचीलापन और पुनर्प्राप्ति क्षमता का परीक्षण करें।
- साइबर विशेषज्ञों, सूचना प्रौद्योगिकी एजेंसियों और सैन्य कमांड के बीच सहयोग और समन्वय को बढ़ाना।
- डेटा सुरक्षा, नेटवर्क हैकिंग, फ़िशिंग और मैलवेयर जैसे खतरों पर व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करें।
- राष्ट्रीय डिजिटल संप्रभुता की रक्षा और सुरक्षा को सशक्त बनाएँ।
- आपातकालीन साइबर प्रतिक्रिया प्रक्रियाओं का परीक्षण और सुधार करें।
- रक्षा साइबर नीति के कार्यान्वयन में सुधार करें और रणनीतिक दिशा प्रदान करें।
क्या है ‘सेफ्टी चार्टर’?
‘सेफ्टी चार्टर’ जून 2025 में गूगल इंडिया द्वारा शुरू की गई एक साइबर सुरक्षा पहल है। इसका उद्देश्य भारत के डिजिटल उपयोगकर्ताओं को ऑनलाइन धोखाधड़ी, फ़िशिंग हमलों और साइबर अपराधों से बचाना है।
मुख्य विशेषताएँ :-
- भारत में बढ़ते ऑनलाइन धोखाधड़ी और साइबर अपराधों को रोकना।
- आम नागरिकों और छोटे व्यवसायों को डिजिटल धोखाधड़ी से बचाना।
- Google ने CERT-In, MeitY और प्रमुख बैंकों और डिजिटल भुगतान कंपनियों के सहयोग से यह चार्टर बनाया है।
- टीवी, सोशल मीडिया और मोबाइल ऐप के ज़रिए साइबर सुरक्षा जागरूकता को बढ़ावा दिया जाएगा।
- Google अपने प्लेटफ़ॉर्म पर बेहतर सुरक्षा सुविधाओं (such as Safe Browsing, Two-Factor Authentication) को बढ़ावा देगा।
- फ़र्जी वेबसाइट और धोखाधड़ी वाले ऐप को तुरंत ब्लॉक करने के लिए एक सिस्टम विकसित किया जा रहा है।
- अनुमान है कि अरबों रुपये की साइबर धोखाधड़ी को रोका जा सकेगा।
- उपयोगकर्ताओं को सुरक्षा संबंधी सुझाव और रियल टाइम अलर्ट मिलेंगे।
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