कामिकेज़ ड्रोन क्या है? तकनीक, क्षमताएं और वैश्विक प्रभाव

कामिकेज़ ड्रोन एक प्रकार का आत्मघाती ड्रोन है जिसे खास तौर पर लक्ष्य पर वार करने और विस्फोट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसे “लोइटरिंग म्यूनिशन” ( Loitering Munition ) भी कहा जाता है क्योंकि यह उड़ान के दौरान कुछ समय के लिए हवा में मंडरा सकता है और लक्ष्य की पहचान होते ही उस पर हमला कर सकता है। यह ड्रोन पारंपरिक मिसाइलों और रिमोट से नियंत्रित ड्रोन के बीच की एक तकनीक है। आधुनिक युद्धों में इसका इस्तेमाल तेज़ी से बढ़ रहा है क्योंकि यह सस्ता, सटीक और तेज़ी से तैनात होने वाला हथियार है।

रूस-यूक्रेन युद्ध और अन्य संघर्षों में इनका बड़े पैमाने पर इस्तेमाल देखा गया है। एक बार इस्तेमाल होने के बाद इन्हें दोबारा इस्तेमाल नहीं किया जा सकता क्योंकि लक्ष्य से टकराने के बाद ये नष्ट हो जाते हैं। इनकी खासियत यह है कि इन्हें सैनिकों द्वारा दूर से संचालित किया जा सकता है और ये दुश्मन की रक्षा प्रणाली को भेदने में सक्षम हैं। आधुनिक सैन्य रणनीतियों में कामिकेज़ ड्रोन एक महत्वपूर्ण हथियार बन रहे हैं।

कामिकेज़ ड्रोन की मुख्य विशेषताएं :-

  • यह ड्रोन लक्ष्य से टकराकर स्वयं विस्फोट करता है, जिससे दुश्मन के ठिकाने को नुकसान पहुंचाता है।
  • यह हवा में मंडराकर लक्ष्य की पहचान कर सकता है और सही समय पर हमला करता है।
  • पारंपरिक मिसाइलों और क्रूज़ हथियारों की तुलना में यह काफी सस्ता होता है।
  • उन्नत सेंसर, कैमरा और जीपीएस तकनीक की मदद से यह उच्च सटीकता से हमला करता है।
  • यह “वन-टाइम यूज़” हथियार है, क्योंकि लक्ष्य पर टकराकर स्वयं नष्ट हो जाता है।
  • इसे दूर से संचालित किया जा सकता है, जिससे सैनिकों को सीधा खतरा नहीं होता।
  • इसका आकार छोटा होता है, जिससे इसे आसानी से कहीं भी ले जाया जा सकता है और तैनात किया जा सकता है।
  • कम ऊंचाई पर उड़ने और छोटे आकार के कारण यह दुश्मन के रडार में जल्दी नहीं आता।
  • युद्ध क्षेत्र में इन ड्रोन को जल्दी और आसानी से लॉन्च किया जा सकता है।
  • एक साथ कई कामिकेज़ ड्रोन भेजकर दुश्मन के अलग-अलग ठिकानों को एक साथ निशाना बनाया जा सकता है।

कामिकेज़ ड्रोन की तकनीक विशेषताएं :-

  • यह ड्रोन GPS, कैमरा और इन्फ्रारेड सेंसर से लैस होता है जो लक्ष्य की पहचान और सटीक हमला सुनिश्चित करता है।
  • कुछ उन्नत कामिकेज़ ड्रोन AI आधारित होते हैं जो स्वतः लक्ष्य पहचान और निर्णय ले सकते हैं।
  • यह हवा में कुछ समय तक मंडराने में सक्षम होता है और सही समय पर लक्ष्य पर हमला करता है।
  • ऑपरेटर दूर बैठकर उपग्रह संचार प्रणाली से ड्रोन को नियंत्रित कर सकता है।
  • यह दुश्मन के रडार और श्रवण सीमा से बचने के लिए लो-नोइस इंजन से चलता है।

वैश्विक प्रभाव (Global Impact) :-

  • अब युद्ध में ड्रोनों की भूमिका निर्णायक बन चुकी है।
  • सीमित संसाधनों वाले देश भी अब इन सस्ते ड्रोनों की मदद से शक्तिशाली देशों के खिलाफ प्रभावी प्रतिक्रिया दे सकते हैं।
  • अमेरिका, रूस, चीन, ईरान, इज़रायल और यूक्रेन जैसे देश लगातार अधिक उन्नत कामिकेज़ ड्रोन विकसित कर रहे हैं।
  • AI-आधारित ड्रोन के इस्तेमाल से युद्ध में मानव नियंत्रण की कमी और नागरिकों पर असर को लेकर चिंता जताई जा रही है।
  • सस्ते और पोर्टेबल होने के कारण इनका दुरुपयोग आतंकी गतिविधियों में भी संभव है, जिससे वैश्विक सुरक्षा के लिए खतरा है।

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