
Ashtalakshmi Festival website केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य एम.सिंधिया ने लॉन्च की है। ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने 14 सितंबर 2024 को ‘अष्टलक्ष्मी महोत्सव’ वेबसाइट का उद्घाटन किया है। इस www.ashtalakshmimahotsav.com का उद्देश्य पूर्वोत्तर भारत की सांस्कृतिक विरासत, पारंपरिक कला, संगीत और स्थानीय संस्कृति को वैश्विक मंच पर बढ़ावा देना है। यह वेबसाइट ( Ashtalakshmi Festival website ) पूर्वोत्तर भारत के 8 राज्यों की सांस्कृतिक विविधता को उजागर करती है, जिन्हें ‘अष्टलक्ष्मी’ कहा जाता है। ‘अष्टलक्ष्मी’ का मतलब पूर्वोत्तर के 8 राज्य हैं – अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा और सिक्किम। यह नाम इन राज्यों की समृद्ध सांस्कृतिक, आर्थिक और प्राकृतिक संपदा का प्रतीक है।
इस पहल से पूर्वोत्तर की सांस्कृतिक और आर्थिक प्रगति को गति मिलेगी। यह एक एकीकृत मंच के रूप में काम करेगा जहाँ देश और विदेश के लोग पूर्वोत्तर की कला, संस्कृति और शिल्प का आनंद ले सकेंगे। इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य देश के विभिन्न भागों में पूर्वोत्तर की संस्कृति को बढ़ावा देना तथा उनकी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करना है। वेबसाइट लॉन्च के साथ ही विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों और प्रदर्शनियों का भी आयोजन किया गया, जिसमें पूर्वोत्तर के कलाकारों ने भाग लिया। यह पहल केंद्र सरकार द्वारा संस्कृति एवं पर्यटन मंत्रालय के सहयोग से शुरू की गई है।
वेबसाइट की विशेषताएँ :-
- स्थानीय कलाकारों और सांस्कृतिक संगठनों को एक साथ लाने का एक मंच भी प्रदान किया गया है।
- ऑनलाइन उपयोगकर्ता इन राज्यों के सांस्कृतिक और पर्यटन अवसरों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
- पूर्वोत्तर राज्यों की कला, शिल्प, संगीत, लोक संस्कृति और परंपराओं का डिजिटल संग्रह।
- सांस्कृतिक गतिविधियों, उत्सवों और स्थानीय कार्यक्रमों की जानकारी।
- पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इन राज्यों की प्रमुख सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थलों का विवरण।
- वेबसाइट उपयोगकर्ताओं को विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करती है।
- कारीगरी शिल्प और जीआई उत्पाद
‘अष्टलक्ष्मी’ का तात्पर्य पूर्वोत्तर भारत के 8 राज्यों से है :-
- अरुणाचल प्रदेश
- असम
- मणिपुर
- मेघालय
- मिजोरम
- नागालैंड
- त्रिपुरा
- सिक्किम
