बिहार में मंदिरों, मठों और ट्रस्टों का पंजीकरण अनिवार्य किया

बिहार में मंदिरों, मठों और ट्रस्टों का पंजीकरण अनिवार्य किया है। बिहार सरकार ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे सुनिश्चित करें कि अपंजीकृत मंदिर, मठ और धार्मिक ट्रस्टों का पंजीकरण हो तथा उनकी अचल संपत्ति का ब्योरा बिहार राज्य धार्मिक ट्रस्ट बोर्ड (BSBRT) को प्रस्तुत किया जाए। बिहार हिंदू धार्मिक ट्रस्ट अधिनियम 1950 के अनुसार, सभी सार्वजनिक मंदिरों, मठों, ट्रस्टों और धर्मशालाओं को बीएसबीआरटी के साथ पंजीकृत होना चाहिए। अब तक 18 जिलों का डाटा बीएसबीआरटी के पास जमा हो चुका है। BSBRT के नवीनतम आँकड़ों के अनुसार, राज्य में लगभग 2,512 अपंजीकृत मंदिर और मठ हैं, जिनके पास 4,321.64 एकड़ भूमि है। राज्य में लगभग 2,499 पंजीकृत मंदिर हैं, जिनके पास सामूहिक रूप से 18,456 एकड़ से अधिक भूमि है।

वैशाली जिले में सबसे ज्यादा अपंजीकृत मंदिर (438) हैं, उसके बाद भभुआ (307), पश्चिम चंपारण (273), भागलपुर (191), बेगूसराय (185), सारण (154), गया (152) और खगड़िया (100) हैं। खगड़िया में अपंजीकृत मंदिरों और मठों के पास करीब 722 एकड़ जमीन है, जबकि बांका जिले में 78 अपंजीकृत मंदिर और मठ हैं, जिनके पास करीब 332 एकड़ जमीन है।

बिहार के वन्यजीव अभयारण्य:-

  • बरेला झील सलीम अली पक्षी अभयारण्य :- 1997
  • भीमबांध वन्यजीव अभयारण्य :- 1976
  • गौतम बुद्ध वन्यजीव अभयारण्य :- 1976
  • कैमूर वन्यजीव अभयारण्य :- 1979
  • कंवर झील पक्षी अभयारण्य :- 1987
  • नागी बांध पक्षी अभयारण्य :- 1987
  • पंत वन्यजीव अभयारण्य :- 1978
  • संजय गांधी जैविक उद्यान :- 1969
  • उदयपुर वन्यजीव अभयारण्य :- 1978
  • वाल्मीकि राष्ट्रीय उद्यान :- 1989
  • विक्रमशिला गंगा डॉल्फिन अभयारण्य :- 1990

बिहार की नदियां :-

नदियों की सूचीमूलकुल लंबाईजलग्रहण
क्षेत्रफल
(किमी2)
घाघरातिब्बत111612,7950
कोसीतिब्बत260
(बिहार)
74,030
सोन अमरकंटक,
( MP )
78470,228
गंडकतिब्बत260
(बिहार)
40,553
बागमतीनेपाल58914,384
महानंदादार्जिलिंग37613,308
बूढ़ी गंडकचनपटिया32012,021
कमलानेपाल3287,232
गंगा तनागंगोत्री,
( उत्तराखंड )
445
(बिहार)
5,473
हरोहरझारखंड5314,173
पुनपुनपलामू,
( झारखंड )
2359,026
कर्मनासाकैमूर1927,792
चंदनदेवघर1184,093
किऊलखजूरी,
( झारखंड )
1813,050
बडुआचकिया पठार1302,215

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