
किसी भी देश के विकास में युवाओं का योगदान बेहद अहम होता है, लेकिन विकसित और विकासशील दोनों ही देशों में युवाओं को मानसिक और सामाजिक जैसी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए युवाओं को इन चुनौतियों के प्रति जागरूक करने, देश के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक मुद्दों में उनकी भागीदारी बढ़ाने और उनकी क्षमता का सम्मान करने के लिए हर साल 12 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। यह युवाओं के योगदान का जश्न मनाने और भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक बेहतर दुनिया को आकार देने में उनकी भागीदारी बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान करता है।
अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस कब से मनाया जा रहा है:-
1965 और 1975 के बीच संयुक्त राष्ट्र महासभा और संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक परिषद द्वारा युवाओं पर एक अंतर्राष्ट्रीय नीति पर जोर दिया गया और दोनों ने तीन प्रमुख क्षेत्रों अर्थात भागीदारी, विकास और शांति पर ध्यान केंद्रित किया। 1999 में संयुक्त राष्ट्र ने हर साल 12 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने का फैसला किया। यह प्रस्ताव लिस्बन में युवाओं के लिए जिम्मेदार मंत्रियों के विश्व सम्मेलन द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा को दी गई सिफारिश पर आधारित था। पहला अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस 12 अगस्त 2000 को मनाया गया था।
अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस का महत्व:-
- अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस युवाओं की आवाज़, कार्यों और पहलों को मुख्यधारा में लाने के लिए मनाया जाता है। इसमें उनकी सार्थक, सार्वभौमिक और न्यायसंगत भागीदारी भी शामिल है।
- इस दिन का एक उद्देश्य राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक जीवन और प्रक्रियाओं में युवाओं की भागीदारी के महत्व को पहचानना है।
- अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस वैश्विक समाज को आगे बढ़ाने में दुनिया के युवाओं के प्रयासों को भी मान्यता देता है
- युवाओं से जुड़ी सांस्कृतिक और कानूनी समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित करता है।
- यह दिन युवाओं को अपने समुदायों में सकारात्मक योगदान देने के विभिन्न तरीकों को भी बढ़ावा देता है।
युवाओं की समस्याओं के समाधान के लिए सरकारी पहल:-
- National Youth Policy-2014
- Generation Unlimited in India (Yuvaah)
- National Career Service
- Pradhan Mantri Kaushal Vikas Yojana
- Prohibition of Child Marriage Act, 2006
- National Health Mission (NHM)
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